जयपुर, 22 जुलाई। राजस्थान राज्य मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रमेश बोराणा ने कहा कि राजस्थान एक समृद्ध सांस्कृतिक प्रदेश है और मेले उत्सव हमारे जीवन के अभिन्न अंग हंै। ऐसे में शासन अपना दायित्व समझते हुए इनके आयोजन एवं सुरक्षा की प्रभावी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर रहा है।
प्राधिकरण उपाध्यक्ष बोराणा ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निर्देश दिए हैं कि राज्य के सभी मेलों, उत्सवों एवं धार्मिक पदयात्राओं में श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कठिनाई नहीं आनी चाहिए। अतः प्राधिकरण ने आगामी मेलों एवं यात्राओं के सुव्यवस्थित आयोजन हेतु राज्य के समस्त जिला कलेक्टरों को जो जिला मेला अधिकारी भी हैं, उन्हें पत्र लिख कर निर्देशित किया है कि उनके क्षेत्र में आयोजित होने वाले सभी मेलों को लेकर आयोजकों एवं प्रशासन के सभी सम्बंधित विभागों के साथ मेला पूर्व प्रबंधन की संयुक्त बैठक में विचार-विमर्श कर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं जवाबदेही के साथ निर्धारित की जाएं।
बोराणा ने बताया कि कोविड संकट के कारण विगत दो वर्षों में मेले आयोजित नहीं हो पाए थे और अब लोगों में भारी उत्साह को देखते हुए उसी के अनुरूप मेला क्षेत्र में सफाई, रोशनी, पेयजल, सड़कें, यातायात एवं मार्गदर्शन के साथ सुरक्षा और संरक्षा की पुख्ता व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ वे स्वयं मेला स्थलों और पदयात्रा मार्गों का निरीक्षण कर यह प्रयास करेंगे कि श्रद्धालुओं को कम से कम तकलीफ हो।