अशोक गहलोत बोले-संगठन कमजोर है यह स्वीकार करना चाहिए
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस का संगठन कमजोर हुआ है, यह बात सभी को स्वीकार करनी चाहिए। प्रदेश, जिलों से लेकर ब्लाक कांग्रेस कमेटियों तक चार-चार गुट बने हुए हैं। समस्या यह है कि जीत में तो सब भागीदारी निभाना चाहते हैं, लेकिन हार में कोई भागीदार नहीं बनना चाहता है, जबकि हार-जीत की सामूहिक जिम्मेदारी होती है। मुख्यमंत्री गहलोत ने कांग्रेस की दो दिवसीय कार्यशाला के समापन समारोह को संबोधित किया। उसके पत्रकार वार्ता की। पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट का नाम लिए बना कहा कि हमारी राजस्थान, छत्तीसगढ़ में सरकार रिपीट हो, मध्य प्रदेश में सरकार बने तब हम 2024 का लोकसभा चुनाव जीत पाएंगे।
2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी अभी से करनी होगी
इस मौके पर अशोक गहलोत ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी अभी से करनी होगी। जिस मुख्यमंत्री की सरकार चली जाती है, आप सोच सकते हैं कि उस पर क्या बीतती होगी। दरअसल, पायलट ने एक दिन पहले कहा था कि ऐसा क्या कारण है कि कांग्रेस राजस्थान में लगातार दोबारा सत्ता में नहीं आती। गहलोत ने कहा कि जनता से कनेक्शन खत्म हो गया, राहुल गांधी का यह शब्द आंखें खोलने वाला है। स्व. इंदिरा गांधी के वक्त भी हार हुई, लेकिन तब इंदिरा गांधी थीं। ढाई साल बाद वापस राज में आ गईं। कई उतार चढ़ाव आए। आज और उस समय की हालत में बहुत अंतर है। आज हमें 100 गुना मेहनत करने की जरूरत है।
अफसरों को लगता है सरकार बदलने वाली है
गहलोत ने ब्यूरोक्रेसी हावी होने के मुद्दे पर कहा कि अधिकारी तो स्थायी हैं। अधिकारी तब ही साथ हैं, जब उन्हें लगता है कि हम मजबूत हैं। वे तो सवार देखते हैं। अगर हम मजबूत हैं तो साथ हैं। जब अफसरों को लगता है कि सरकार जा रही है तो मुंह फेर लेते हैं। गहलोत ने कहा केंद्र सरकार सीबीआइ और ईडी का दुरुपयोग कर रही है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को नोटिस मिल गया। सूचना है कि राजस्थान के विधायक वाजिब अली को ईडी का नोटिस मिला है। निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश हुड़ला को सीबीआइ नोटिस आ गया, यह भी सुना है। इन लोगों ने आतंक मचा रखा है।
छह लाख पदाधिकारी बनाएंगे
इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि 15 अगस्त तक प्रदेश में छह लाख पदाधिकारी बनाए जाएंगे। 52 हजार पोलिंग बूथों पर 11 लोगों की कार्यकारिणी बनेगी। ग्राम पंचायत स्तर पर 21 और मंडल स्तर पर 13 लोगों की कार्यकारिणी बनेगी। पांच साल तक एक ही पद पर काम करने वाले नेता को हटाया जाएगा। दो पदों पर रहने वालों को एक पद छोड़ना होगा। जिला और प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारिणी बनेगी। आधे पदाधिकारी 50 साल से कम उम्र के बनाए जाएंगे।